मुंबई तमाशा रैली: हद है यार हद है, कोई तो इस फेकू के मुंह में साइलेंसर लगा दो, कितना झूठ बोलता है ये, और तो और ये इंसान सम्पूर्ण गुजरात की जनता का अपमान करने से भी नहीं चूकता, गुजरातियों के स्वर्णिम इतिहास तो अपने राजनितिक फायदे के लिए धूमिल करने में भी पीछे नहीं रहता... अब ये कहता है जब गुजरात बना था तब गुजरात में कुछ भी नहीं था... और अब गुजरात सर्व उन्नति कर रहा है. इतिहास गवाह है १९६० में गुजरात प्रदेश स्थापित हुआ था तब गुजरात टेक्सटाइल उद्योग में नंबर १ था, और महाराष्ट्र की सबसे संपन्न लोग गुजराती थे. अब ये कहता है महाराष्ट्र को कांग्रेस ने बरबाद कर दिया और कांग्रेस मुक्त भारत ही महाराष्ट की उन्नति के लिए एक विकल्प है. गुजरात को इसने आबाद कर दिया, अब संपन्न, व्यवसायी, गुजरात की जनता ने कुछ किया ही नहीं? प्रदेश में ये बड़े बड़े उद्योग जरूर इसने ही लगाएं हैं या इसके शासन में ही लगे है. ये देखिये प्लानिंग कमीशन की २०१२-२०१३ की रिपोर्ट के कुछ अंश: महाराष्ट्र: कृषि सम्बन्धी उद्योग: ६५५०४ करोड़ कृषि: ५४०४४ करोड़ इंडस्ट्री: २४५१४७ करोड़ मैन्युफैक्चरिंग : १६३८७५ करोड़ सर्विसेज: ५३२९१४ करोड़ ...