Aaj Ki Baat !

जिहाद लव नहीं होता, न ही लव जिहाद होता, मगर हमारी हिंदी मंडिया ( मीडिया ) जिहाद को जिस तरह से प्रचारित और प्रसारित कर रही है, उसने जिहाद का शाब्दिक अर्थ ही बदल दिया है। इसी मुद्दे पर देखिये दिलचस्प बहस इस लिंक।

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