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Showing posts from October, 2015

Aaj ki Baat

इमाम हुसैन की कुर्बानी - मोहनदास करमचंद गांधी:   मैंने हुसैन से सीखा की मज़लूमियत में किस तरह जीत हासिल की जा सकती है! इस्लाम की बढ़ोतरी तलवार पर निर्भर नहीं करती बल्कि हुसैन के बलिदान का एक नतीजा है जो एक महान संत थे ! रबिन्द्र नाथ टैगौर :  इन्साफ और सच्चाई को ज़िंदा रखने के लिए, फौजों या हथियारों की ज़रुरत नहीं होती है! कुर्बानियां देकर भी फ़तह (जीत) हासिल की जा सकती है, जैसे की इमाम हुसैन ने कर्बला में किया! पंडित जवाहरलाल नेहरु :  इमाम हुसैन की क़ुर्बानी तमाम गिरोहों और सारे समाज के लिए है, और यह क़ुर्बानी इंसानियत की भलाई की एक अनमोल मिसाल है! डॉ राजेंद्र प्रसाद :  इमाम हुसैन की कुर्बानी किसी एक मुल्क या कौम तक सिमित नहीं है, बल्कि यह लोगों में भाईचारे का एक असीमित राज्य है! डॉ. राधाकृष्णन :  अगरचे इमाम हुसैन ने सदियों पहले अपनी शहादत दी, लेकिन इनकी इनकी पाक रूह आज भी लोगों के दिलों पर राज करती है! स्वामी शंकराचार्य :  यह इमाम हुसैन की कुर्बानियों का नतीजा है की आज इस्लाम का नाम बाक़ी है नहीं तो आज इस्लाम का नाम लेने वाला पुरी दुनिया में कोई भी नहीं होता श्रीमती सरोजिनी नायडू :  म

Aaj ki Baat

अमेरिका की आंतकवाद विरोधी वेबसाइट ने भारत के हिन्दुवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ RSS को आतंकी संगठन करार दिया है। अमेरिकी वेबसाइट टेर्रिज्म वॉच एंड वार्निंग नाम की वेबसाइट ने अपने साइट पर आरएसएस को आंतकी संगठन करार देते हुए उसे आंतकी संगठनों की सूची में शामिल किया है।  www.terrorism.com नाम की इस वेबसाइट ने संघ के बारे में लिखा है कि 'संघ ऐसा है, जो हिंदू राष्ट्र स्थापित करना चाहता है, इसलिए इसे आतंकी लिस्ट में रखा गया है और बीजेपी की उग्र वैचारिक जड़ माना जाता है। आपको बता दें कि इस वेबसाइट पर दुनियाभर के आतंकी संगठनों के बारे में लिखा जाता है और उनके बारे में जानकारी  दी जाती है। इस वेबसाइट ने थ्रेट ग्रुप प्रोफाइल में संघ का नाम रखा है। इस वेबसाइट पर संघ के अलावा सिमी का नाम भी आंतकी संगठनों की लिस्ट में शामिल है। #आरएसएस #rss #bjp #terrorism #watchandwarning #india #america #usa http://www.terrorism.com/2014/04/26/rashtriya-swayamsevak-sangh-rss/

Aaj ki Baat !

भारत की राजनीति के साथ साथ भारत की पत्रकारिता भी अजब गजब रंग दिखा रही है ।  कहने के लिए तो पत्रकारिता व् पत्रकार दोनों निष्पक्ष होते है परन्तु वो ज़माने अब गए जब होते थे आज तो कीमत तय करो और मंडी से उठा लो । भारत इतिहास के उस सबसे गंदे समय से गुजर रहा है जहाँ राजनितिक पार्टिया क्या कांग्रेस भाजपा सपा बसपा सब की सब अपने चहेते कॉर्पोरेट के ऊपर हाथ रखती है और अपार धन बरसने लगते है फिर जितना मर्जी लुटाओ ।  यही धन वो इस देश की पत्रकारिता को छिन्न भिन्न करने में प्रयोग करते है । चुनाव आये नही की काला धन वापस खुद बे खुद हवाला के जरिये आता है और बन्दर बॉट की भाँति बिकाऊ मोदिया_हाउस में बॉट दिया जाता है जो जितना जलील उसको उतने पैसे उसकी उतनी बोली ऊपर जाती है ।  मुझे तो ये खेल अब IPL से कम या रोमांचकारी नही लगता है ठीक IPL की भाँति ही यहाँ भी चुनाव के नजदीक आते ही चन्द सुवार्थि उद्योगपति अम्बानी अडानी सुभाष चंद्रा जैसे घराने सामने आते है और मिडिया हाउस व् #एंकरों की बोलिया लगती है रेट इस बात से तय होता है की कौन सा चैनल कितना गिर सकता है  कौन सा एंकर कितना गिर कर झूटी एडिट करके फ़ोटो वीडियो या ख