Posts

Showing posts from August, 2015
अगर गुजरात का मॉडल ही एक मात्र मॉडल था, जो युवाओं को रोजगार, हर गांव को बिजली, हर खेत को पानी दे रहा था, जिसे 2014 में खूब प्रचारित किया गया और लोगों को देश भर में गुजरात मॉडल के ख्वाब दिखाये गये। तो गुजरात की कुल आबादी में 20 प्रतिश पटेल समुदाय आरक्षण क्यों मांग रहा है ? क्यों भाजपा नेता के ही पुत्र 22 वर्षीय छात्र हार्दिक पटेल आरक्षण को लेकर गुजरात मॉडल की हवा निकाल रहे हैं ? क्यों वे बार – बार कह रहे हैं कि गुजरात मॉडल महज एक भ्रम है ? क्या इस देश की वह जनता जिसने गुजरात मॉडल देखा ही नहीं था मगर मोदी को प्रधानमंत्री चुन दिया था, अब मोदी से सवाल करने के हिमाकत करेगी कि आखिर एक 22 वर्षीय छात्र हार्दिक पटेल ने उस मॉडल की हवा कैसे निकाल दी ? संपन्न होने का मतलब तो यह है कि आपको आरक्षणरूपी ‘भीख’ की जरूरत नहीं फिर ये आरक्षण के लिये उठती हुई आवाजें क्या संकेत दे रही हैं ? यही कि वह मॉडल महज एक भ्रम था, छलावा था, जिसके बल पर देश की जनता को ठग लिया गया।
अलीगढ़: शहर में एक बार फि‍र धर्म परिवर्तन का मामला का मामला सामने आया है। नागराज नाम का 22 साल का युवक अब्दुल्लाह बन गया है। परिजनों का आरोप है कि उसे धमका कर इस्लाम कुबूल कराया गया है। फि‍लहाल, पुलिस ने सोमवार को युवक को पकड़कर कोर्ट में हाजिर किया और 164 के बयान कराए ! जानकारी के मुताबिक, तीन महीने पहले युवक अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के स्टोर पर काम करता था। एक दिन वह अचानक गायब हो गया। दो सप्‍ताह पहले परिजनों के पास फोन आया, जिसमें नागराज ने धर्म परिवर्तन की बात बताई। साथ ही पूर े परिवार को इस्लाम कुबूल करने के लिए कहा दिया। इस बात पर परिजनों ने मेयर व हिंदू संगठनों को जानकारी दी तो पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया। सोमवार को नागराज खुद पुलिस के पास पंहुचा और उसने खुद को अब्दुल्लाह बताया। पुलिस ने उसे पकड़कर कोर्ट में पेश किया और 164 के बयान दर्ज कराए। परिजन और हिंदू संगठन एक वर्ग पर प्रशासनिक शह का भी आरोप लगा रहे हैं। युवक की मां का कहना है कि रिपोर्ट करने के बाद अब उनको भी धमकी मिल रही है। युवक की मां उर्मिला देवी का कहना है कि उसके बेटे को डरा-धमका कर मुस्लमान बन
एक हिन्दू भाई अजय तिवारी की बिहार के किशनगंज रैली में अस्सद्दुदीन ओवैसी से मुलाकात का अनुभव उन्होंने कुछ इस तरह शेयर किया........ ओवैसि के किशनगंज की जनसभा में VIP गेट से प्रवेश करते समय एक सुरक्षा अधिकारी ने भगवा गमछे के कारण मुझे रोक लिया। उसके अनुसार मेरा गमछा ओवैसि के लिए और कई हज़ार मुसलमानों के बीच में मेर लिए भी असुरक्षा का कारण बन सकता था। हालांकि मैं गमछा उतारने से मना करते हुए अंदर चला गया, तकरीर खत्म होने के बाद बातों-बातों में मैं औवैसि से पुछ बैठा- आपको भगवा से परहेज है क्या? इसपर उन्होने कुर्सी से खड़े होकर मेरा गमछा अपने कंधे पर खिंचते हुए कहा- भगवा तो पवित्रता, ज्ञान और शांति का प्रतीक है, इससे कौन परहेज करेगा? असल में वो अधिकारी सही था। बीते दशकों में इस भगवा को कुछ लोगों ने स्वार्थ/राजनीति के लिए अपवित्र, मूढता और दंगे का प्रतीक बना कर रखा दिया है। Ajay Tiwari.
दिल का सच जुबान पर आ ही गया........... तहलका पत्रिका ने अपने कवर पेज पर दाऊद इब्राहिम, याकूब मेमन, जरनैल सिंह भिंडरानवाले के साथ बाला साहब ठाकरे की तस्वीर छापकर सवाल किया है कि इनमें से सबसे बड़ा आतंकवादी कौन है ? इस संबंध में जब केंद्रीय मंत्री से पत्रकारों ने प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि उनकी नजर में कोई भी आतंकी छोटा या बड़ा नहीं होता. उन्होंने कहा कि उनकी नजर से चारों आतंकवादी हैं. महेश शर्मा सोमवार को वाराणसी के
नमाज़ से होने वाले जिस्मानी फायदे 1.साइनस की प्रॉब्लम नही होगी चूँकि सजदे की हालत में ब्लड सर्कुलेशन साइनस की तरफ हो जाता हे तो साइनोसाइटिस होने की समस्या से काफी निजात मिलती हे !! 2.फेंफड़ो में सांस लेने के दोरान जब सांस बाहर निकलती हे तो 2/3 हवा ही बाहर आ पाती हे शेष 1/3 हवा जो अन्दर ही रह जाती हे वो रेसिडुअल वॉल्यूम कहलाता हे . ये बची हुवी हवा सजदे के दौरान सांस लेने से बहार आ जाती हे क्यों की उस दौरान फेंफड़ो पर अंदरूनी अंगो का दबाव पड़ता हे । और इंसान सांस की होने वाली ब ेशुमार बीमारियों से बच जाता हे । जैसे ब्रोंकाइटिस .अस्थमा e.t.c. !! 3 .पाँव की वेंस कई बार फूल जाती हे उस कंडीशन को वेरीकोस वेन कहते हे और वेन से जुडी एक और बीमारी हे पाइल्स । नमाज़ के दौरान जब व्यक्ति सजदे से उठ कर खड़ा होता हे तो खून का दौरा पाँव से ऊपर की तरफ हो जाता हे यानि venous return इम्प्रूव हो जाता हे तो ऊपर बताई दोनों बिमारी से नमाज़ी व्यक्ति महफूज़ रहता हे !! 4. सजदे की हालत में चूँकि खून का दौरा सर की तरफ रहता हे तो age related changes जो होते हे neurons में वो भी delay हो जाते
हम चाहते हैं की आप कोबरा पोस्ट के इस खुलासे को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें क्योंकि ब्राह्मणवादी टीवी मीडिया हर जगह मोदी मोदी बता बताकर इस खुलासे को दबाना चाहते हैं क्योंकि इसमें पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर, NDA सरकार के पूर्व वितमंत्री यशवंत सिन्हा,NDA सरकार के पूर्व स्वास्थ्यमंत्री सीपी ठाकुर और वर्तमान में बिहार भाजपा के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे सुशील मोदी के और कई भाजपाइयो के नाम दलितों के नरसंहार की दोषी रणवीर सेना को सहयोग करने में आया है कोबरा पोस्ट क े अनुसार रणवीर सेना द्वारा अंजाम दिए गए 6 नरसंहारों में मुख्य भूमिका निभाने वाला और खुद को रणवीर सेना प्रमुख ब्रहमेश्वर मुखिया का खास बताने वाला सिद्धनाथ सिंह ने पुलिस को दिए बयान में साफ तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का नाम लिया था। सिद्धनाथ सिंह के अनुसार रणवीर सेना को ऐसे जघन्य कांड अंजाम देने के लिए अत्याधुनिक हथियार कहीं और से नहीं बल्कि सेना के रिजेक्ट किए गए हथियारों से प्राप्त होता था। सिद्धनाथ सिंह ने स्पष्ट तौर पर अपने बयान में कहा कि ‘हमें सेना का रिजेक्टेड हथियार उपलब्ध हुआ था..क
एक मुस्लिम मुल्क जो राज शाही है वहां की सरकार (शेख) हिन्दू धर्म को मन्दिर बनाने के लिए जमीन देता है और एक भारत है और इसी प्रधान मंत्री मोदी जी की सरकार में दलितों पिछड़ों और गरीबों और ख़ास का मुस्लिम्स को प्रताड़ित किया जाता है हर जगह उल्टा सीधा फंसाया जाता है मस्ज़िदों को निशाना बनाया जाता है और नफरत का बाजार गर्म किया जाता है फिर दंगे होते हैं और सरकार कुछ नेता अपनी रोटी सेंकते हैं। ‪#‎ मन्दिर_जमीन_2013‬

🇮🇳 HAPPY INDEPENDENCE DAY 🇮🇳 " Dill Diya Hai Jaan Bhi Denge Aey Vatan Tere Liye " 🎉🎊🎉🎊🎉🎊🎉🎊🎉

Image

🇮🇳 HAPPY INDEPENDENCE DAY 🇮🇳 " Dill Diya Hai Jaan Bhi Denge Aey Vatan Tere Liye " 🎉🎊🎉🎊🎉🎊🎉🎊🎉

Image

🇮🇳 HAPPY INDEPENDENCE DAY 🇮🇳 " Dill Diya Hai Jaan Bhi Denge Aey Vatan Tere Liye " 🎉🎊🎉🎊🎉🎊🎉🎊🎉

Image

आज की बात हमारे साथ

सुनो रे याकूब मैमन शहीद नहीं है उसे शहीद मत कहो। हां उसकी संलिप्तता से इंकार नहीं, हां उसे फांसी दे दी गई और प्रधानमंत्री के कातिलों की फांसी माफ कर दी गई इस बात से भी इंकार नहीं। मगर मुझे याकूब को शहीद कहने से जरूर आपत्ती है। वह गुनाहगार जरूर था, मगर शिकायत इतनी भर है कि उसी गुनाह के दूसरे अपराधी सत्ता के गलियारों में हैं और उसे फांसी दे दी। याकूब को शहीद कहना बंद करो विरोध सिर्फ फांसी का है न कि याकूब के अपराध को सही ठहराना है। गांधी के कातिल मुझे वतन परस्ती न सिखायें और याकूब मैमन को शहीद कहने वाले मुझे इस्लाम न सिखायें। याकूब के परिवार के साथ मेरी हमदर्दी जरूर है लेकिन वह शहीद नहीं है।