मस्लक मस्लक खेलते रहो...

🔺60हजार शाखाएं🔺60 लाख स्वयंसेवक🔺30 हजार विद्यामंदिर🔺3 लाख आचार्य🔺50 लाख विद्यार्थी🔺90 लाख bms के सदस्य🔺50लाख abvp के कार्यकर्ता🔺10 करोड़ बीजेपी सदस्य🔺500 प्रकाशन समूह🔺4 हजार पूर्णकालिक सदस्य🔺एक लाख पूर्व सैनिक परिषद🔺7 लाख विहिप और बजरंग दल के सदस्य🔺13 राज्यों में सरकारें🔺283 सांसद🔺500 विधायक ।बहुत टाइम लगेगा संघ जैसा बनने में.... सब लगें हैं मुसलमानो का राजनितिक अस्तित्व खत्म करने में। तुम तो बस वहाबी देवबंदी-बरेलवी-शिया-सुन्नी जैसे आपस में लड़ने वाले फिरकों तक ही सिमित रहो.........और मस्लक मस्लक खेलते रहो........ ... अकेले में बैठकर सोचें कि आप अपने आने वाली नस्लों के लिए क्या छोड़कर जा रहे हैं।

Comments

Popular posts from this blog

تراویح ، رمضان ، Ramzan, Taravih

جس کا کوئی پیر نہیں ، اس کا پیر شیطان ہے کا صحیح مفہوم کیا ہے؟

Hazrat Khwaja Hasan al-Basri rahmatullāhi alaihi :