Aaj Ki Baat !

मैं क्या कहूँ फिलिस्तीन पर इज़राईली बमबारी की शैतानी काररवाई पर ...... मैं उस अंधी मीडिया को बहुत कोस चुका जो फिलिस्तीन के बेगुनाह मासूमो की मौत पर पिछले 65 सालों से इसलिए खामोश रहती है, क्योंकि उसके लिए हर मुसलमान आतंकवादी होता है, भले ही वो 6 महीने का दुधमुहा बच्चा क्यों न हो
या फिर मैं इस्लाम विरोधी ताकतों यानी अमेरिका और इजराइल पर लानत भेजा करूं, जिनपर मेरी लानतों से कोई असर नही पड़ना ... क्योंकि इन हैवानो का तो मकसद ही यही है कि जुल्म की किसी भी हद तक निहायत बेशर्मी से जाकर मुसलमानों को कमजोर किया जाए
लेकिन मैं इन्हें क्यों कोसने दूं जब मेरे अपने ही सिक्के खोटे है .... कहने को दुनिया मे 57 इस्लामी मुल्क हैं, जो अपनी दबंगई और अपने सच्चे पक्के ईमान का ढोल पीटने से से नही अघाते ..... लेकिन देखो वक्त पड़ने पर कैसे सारे बुजदिल दुम दबाकर बैठे हैं ....... और कहाँ गए अपनी रोटी बोटी के इन्तज़ाम के लिए कौम को फिरको मे बांट कर खूनी जंगे करवाने वाले ढोंगी मुल्ला मौलवी .....?? मुसलमानो को मुसलमानो के खिलाफ जिहाद के फतवे देने वालो की जबान अब क्यों तालू से चिपक गई ....... क्या ये सिर्फ कौम को तोड़ने के जिम्मेदार है... किसी मामले मे जोडने के नही ?

Comments

Popular posts from this blog

تراویح ، رمضان ، Ramzan, Taravih

جس کا کوئی پیر نہیں ، اس کا پیر شیطان ہے کا صحیح مفہوم کیا ہے؟

Hazrat Khwaja Hasan al-Basri rahmatullāhi alaihi :