Aaj ki baat

स्वामी अग्निवेश ने शनिवार को जालंधर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा 1925 में आरएसएस का गठन हुआ था और 1947 तक किस आरएसएस के वर्कर ने देश के लिए शहादत दी है। उन्होंने कहा अब देशभक्ति का सर्टिफिकेट आरएसएस बांट रही है, जबकि अतीत गवाह कि आरएसएस के कई लोगों ने आजादी से पहले देशभक्ति नहीं गद्दारी की थी। वह दो शिक्षा संस्थानोें में मुख्य वक्ता के तौर पर जालंधर आए हुए थे और बाद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

स्वामी अग्निवेश ने कहा कि देश को संघ ने पूरी तरह से बांटकर रख दिया है। धार्मिक कट्टरवाद फैलाया जा रहा है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, हैदराबाद यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, जेएनयू पर संघ कब्जा करना चाहता है। राम मंदिर के नाम पर आरएसएस व भाजपा दोनों लोगों को गुमराह कर रही है।

उन्होंने कहा कि संघ की सोच व कार्यशैली ने आर्य समाज को खोखला कर दिया है। संघ को ऐसा लगता है कि जो जाति देश में पैदा हुई, वह देश भक्त है और जो जाति विदेशों से आई उनकी देशभक्ति संदिग्ध है। उन्होंने कहा जिस रास्ते पर चलकर कांग्रेस धर्म व जातपात की राजनीति करती आई है, उसी रास्ते पर अब मोदी सरकार व आरएसएस चल रही है।

स्वामी अग्विनेश ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला और बाद में उसके काम की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि जब अन्ना हजारे का आंदोलन चल रहा था तो उन्होंने अन्ना हजारे के अनशन पर बैठने का विरोध किया था।

इस पर केजरीवाल ने कहा था कि अन्ना का अनशन चलने दो, क्रांति बलिदान मांगती है। उनका व्यवहार अच्छा नहीं है, यही कारण है कि मैं उस आंदोलन से अलग हो गया। बाद में प्रशांत भूषण व अन्य नेता भी अलग गए। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब में आप की सरकार बनती है तो उम्मीद है कि वह दिल्ली की तरह यहां से भी भ्रष्टाचार व ड्रग पर अंकुश लगाएंगे। इस दौरान पंजाबी जागृति मंच के सतनाम माणक, सचिव दीपक बाली मौजूद थे।

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