Aaj ki baat

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ है क्या इसको जानिए। RSS - अंग्रेज़ो की स्थापित की गयी एक संस्था थी जिसका काम था धर्म जाति के आधार पर देश में फूट डाले रखना ताकि अंग्रेज़ो का शासन चलता रहे इसका अंग्रेजी नाम था रॉयल सीक्रेट सर्विस जो अंग्रेज़ो के लिए काम करती थी इसीलिए आरएसएस का आज़ादी के आंदोलन से कोई सरोकार नहीं है। जब 15 अगस्त को देश आज़ाद हुआ तब आरएसएस ने स्वाधीनता दिवस मनाने से इंकार किया था और 1947 से लेकर 2002 तक नागपुर मुख्यालय पर तिरंगा कभी नहीं फहराया। और वर्ष 2002 के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद तिरंगा फहराया गया। सरदार पटेल जी ने आरएसएस पर प्रतिबन्ध (बैन) इसीलिए लगाया था क्योंकि उसने(आरएसएस ने)14 अगस्त को स्वाधीनता दिवस मनाया था जोकि पाकिस्तान का दिवस है और साथ ही महात्मा गांधी की हत्या में भी लिप्त पाये गए थे। आरएसएस ने बैन हटाने के लिए जो हलफनामा दिया था उसमे निम्नलिखित मुख्य बातें थी। 1).कि वो भारत के संविधान को मानेगा.., जिसको वो नहीं मानता था और आज भी नहीं मानता है इसीलिए स्वयं सेवक गैर संवैधानिक बयान देते है। 2).आरएसएस संविधान में निहित राष्ट्रीय प्रतीकों का विरोध नहीं करेगा.., जिसके वो हमेशा खिलाफ रहा। 3).आरएसएस कभी भी राजनीति में नहीं आएगा परंतु आज वो सरकार में है। कुल मिलाकर आरएसएस देशद्रोही संस्था है जो तब भी थी और आज भी देश का सामाजिक ताना बाना बिखेरना चाहती है। इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करे और इस सच को भारत की जनता तक पहुचायें और एक भारतीय होने का कर्त्तव्य निभाए।

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