Aaj Ki Bat !

काश Chanchal सर जैसे लोग भारत में और भी होते तो बात ही क्या थी ---
''कमबख्त की बदजुबानी देखिये , हजारों हजार साल की हमारी तमीज और तहजीब को ,जिस पर हमें नाज था उसने एक झटके में उसे तोड़ दिया . बाबरी मस्जिद . उसे ढहाने वाला कह रहा है -हम हिन्दुस्तान को झुकने नहीं देंगे ' .तुम्ही ने तो बार बार हिन्दुस्तान को झुकाया है . ४२ में अंग्रेजों का साथ देकर . ४८ में बापू की ह्त्या करके . ७५ में माफी नामा लिखकर . ९२ में बाबरी मस्जिद गिरा कर . तुम्हारे पास कोइ तारीख हो तो बताओ . जिस पर तुम्हे नाज हो ? गुजरात नरसंहार का कातिल लफ्फाजी करता है तो गुस्सा आता है . पर चुप हूँ . क्यों की इसका जवाब जनता देगी''

Comments

Popular posts from this blog

تراویح ، رمضان ، Ramzan, Taravih

جس کا کوئی پیر نہیں ، اس کا پیر شیطان ہے کا صحیح مفہوم کیا ہے؟

Hazrat Khwaja Hasan al-Basri rahmatullāhi alaihi :