Aaj Ki Bat !

क्रूर और कायर संघी तभी तक दहाड़ते हैं , जब तक सामने वाला विनम्र हो . इनसे सख्ती से पेश आओ . गाली का जवाब गाली और गोली का जवाब गोली से दो . सबको याद होगा , की इमर जेंसी में किस तरह जेल जाते ही सर संघ चालक दत्ता त्रय देवरस ने इंदिरा गांधी को लिखित माफ़ी नामा दे कर विनय पत्रिका भेजी थी . यह भी सभी को विदित है की १९४२ के भारत छोडो आन्दोलन के दौरान इन्होने किस तरह अंग्रेजों से मिल कर देश के साथ गद्द्दारी की . हिंसक व्यक्ति हमेशा डर पोक होता है . बिना सुरक्षा के लघु शंका भी नहीं जा सकता . ये देश के टुकड़े टुकड़े करें , इससे पहले इन पर क़ाबू पाओ
Rajiv सर ने लिखा है कथित राष्ट्रवादी पंगा ने लेवे , वो जलील करना जानते है, वह भी बेहोश करके ।।।।

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